उत्तराखंड सरकार ने राज्य में स्टार्टअप और नवाचार को बढ़ावा देने के लिए बड़ा कदम उठाया है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में सरकार ने राज्य के हर जिले में इनक्यूबेशन सेंटर स्थापित करने का निर्णय लिया है। इसके साथ ही, स्टार्टअप्स की वित्तीय सहायता के लिए एक वेंचर फंड की भी स्थापना की गई है।
युवाओं को मिलेगा प्लेटफॉर्म
इस योजना के तहत युवाओं को अपने नए विचारों और व्यवसायिक मॉडलों को आगे बढ़ाने के लिए जरूरी संसाधन, मार्गदर्शन और तकनीकी सहयोग उपलब्ध कराया जाएगा। इन इनक्यूबेशन सेंटरों में मेंटरशिप, स्किल ट्रेनिंग, नेटवर्किंग और निवेश से जुड़ी सहायता भी दी जाएगी।
राज्य का स्टार्टअप इकोसिस्टम होगा मजबूत
राज्य सरकार के अनुसार, इनक्यूबेशन सेंटर और वेंचर फंड के ज़रिए उत्तराखंड में स्वरोजगार, नवाचार और उद्यमिता की संस्कृति को बढ़ावा मिलेगा। इससे स्थानीय रोजगार के अवसर बढ़ेंगे और राज्य से बाहरी पलायन को रोकने में भी मदद मिलेगी।
वित्तीय सहयोग के लिए वेंचर फंड
सरकार द्वारा स्थापित वेंचर फंड के माध्यम से चयनित स्टार्टअप्स को बीज पूंजी और विकास पूंजी प्रदान की जाएगी। यह फंड खासतौर पर ऐसे इनोवेटिव विचारों को सहयोग देगा जो पहाड़ी क्षेत्रों की जरूरतों के अनुकूल हों।
मुख्यमंत्री धामी ने कहा,
“उत्तराखंड के युवाओं में अपार प्रतिभा है। हमारी सरकार उन्हें ऐसा प्लेटफॉर्म देना चाहती है जहाँ वे अपने विचारों को साकार कर सकें और राज्य के आर्थिक विकास में भागीदार बनें।”
राज्य सरकार के प्रयासों से 1300 से अधिक स्टार्टअप को भारत सरकार मान्यता प्रदान कर चुकी है। मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि युवाओं को नौकरी मांगने वाला नहीं बल्कि नौकरी देने वाला बनना है। देश में नई कार्य संस्कृति का संचार हुआ है।